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जूण रा इग्यारा चितराम (6) / सुरेन्द्र सुन्दरम

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कुमाणस बेटा
बूढ़ै बारै
मा बाप नै
घरां सूं काढै
ऐ कळजुग रा
पूत है
जिण डाळी माथै बैठै
उण डाळी नै बाढै।