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टाबर - 14 / दीनदयाल शर्मा

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गोळी, टॉफी,
चॉकलेट
या कुल्फी सूं
हुज्यै
टाबर राजी

सैंकल
या इस्कूटर माथै
थोड़सोक हिण्डा द्यौ
तद भी
टाबर राजी

आपां
क्यूं नीं सीखां
टाबर सूं
राजी रैवण रौ
राज।