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गीत तिम्रै गाई रहुँ प्रेमले नै / कृष्णहरि बराल
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गीत तिम्रै गाई रहुँ प्रेमले नै
प्रीत चोखो लाई रहुँ प्रेमले नै
अन्धकारमा जूनेलि भै तिमीभित्रै
स्वप्न बन्दै छाई रहुँ प्रेमले नै
तिमीलाई खुशी दिने चाहनाले
दुख मै मुस्काई रहुँ प्रेमले नै
शीतलूले रुझाउन तिमीलाई
प्रेम यो बर्साई रहुँ प्रेमले नै