मैं कहाँ-कहाँ नहीं गया 
एक अदद गीत के लिए 
वन, पर्वत, नदी, तड़ाग
वृक्ष, झील, निर्झरनी-कूल 
पंथ पंक, मरू, उर्वर, घाट 
ताल, ताल चोटियाँ, त्रिशूल 
वज्र-मौन, विष-बुझे नयन 
एक अदद गीत के लिए
लोक तीन चौदहों भुवन 
स्वर्ग नरक, चार-चार धाम 
चन्द्र, सूर्य, गृह नखत, अमर 
सुबह, रात, दोपहरी, शाम 
विस्मयादि बोध-चिह्न थे 
एक अदद गीत के लिए
गाँव, नगर महाजनादों 
सुध, पुर, पुरी, कुटी पृथक 
उनिषद, पुराण, वेद, ग्रन्थ
संहिता, स्मृति, मिथक-मिथक 
जुगुप्स, घिन, वीभत्सता मिली 
एक अदद गीत के लिए
मैं कहाँ-कहाँ नहीं गया 
एक अदद गीत के लिए ।