भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

निजर / ॠतुप्रिया

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:57, 8 जुलाई 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

म्हूं
किणी काम नै करूं
तद
दुनिया री अैड़ी
कोई बात नीं आवै आडी
जिण सूं
टूटज्यै म्हारी निजर

स्यात
म्‍हूं सफल हूं
म्हारी इण आदत मुजब

पण लोग
मनोरंजन रै टैम ई
क्‍यूं नीं अपणावै
इणी आदत नै।