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मनै त खायौ नी / दिलिप योन्जन

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मनमा बसि मनै त खायौ नी
हाँसी हाँसी रुई रने पार्यौ नी
आफ्नै छायाले
ख्याल ठट्टा गरेर छाड्यौ मायाले।

आधी खोला उर्लिन्दा मनमा हुन्थ्यो सन्चो
बिना बादल मनै भत्कि गईरन्छ पहिरो
मुटु चोरी मुटु नै खाएउ नी
जानी जानी पागल नै पार्यौ नी
आफ्नै छायाले
ख्याल ठट्टा गरेर छाड्यौ मायाले।

पिर ब्यथा हराउथो तिन्ले हासी खुसी बोल्दा
हासो भए बिना कसुर बाचा कसम तोड्दा
माया दिई माया मै खेल्यौ नी
जुनी भरलाई बिरह छोड्यौ नी
आफ्नै छायाले
ख्याल ठट्टा गरेर छाड्यौ मायाले।