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यसलाई म के भनूँ / राजेश्वर रेग्मी

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यसलाई म के भनूँ प्यार हजूर
टुक्राटुक्रा मुटु भए हजार हजूर

एक नजर यसो चोरेर हेर्नलाई
नलगाउनु’स् आँखामा छेकबार हजूर

जन्मेपछि माया त लगाउनुपर्छ
नभए बाँच्नुको के सार हजूर

लामो यात्रामा पैदल हिंडाउन सक्छु
छैनन् मसँग मोटर, कार हजूर

तीर नरोप्नुहोस् मेरो छातीमाथि
सक्तिनँ भन्न गुहार गुहार ! हजूर