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कैद छु / बैरागी काइँला

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बाधें मैले जब हजुरको बिम्बलाई मभित्र
मेरो माया सब हजुरको दृष्टिको कैदभित्र
जानी जानी अझ हजुरलेहैन है–भन्नुहुन्छ
आँखामा कैद छु हजुरको–लाज भो ? –हाँस्नुहुन्छ ।