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स्वतन्त्रता / केदारमान व्यथित
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काठी कसेका मानिसहरुकै
पिठयूँमा मानिस नै वसी
लेक-बेंसी घुम-फिर गर्ने स्वतन्त्रता त
हामीकहाँ पनि छ ।