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पीली बत्तियों वाली वह गली / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल

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अब भी मुझे याद है
पीली बत्तियों वाली वह गली
बिजली के तारों के बीच
पूरा चाँद
और कोने पर वह तारा,

कहीं दूर रेडियो की आवाज़
ला मेरसेद के गुम्बद पर बजता ग्यारह का गजर :
और तुम्हारे खुले दरवाज़े पर सुनहरा प्रकाश :
उसी गली में

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल