भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
इज़्ज़तपुरम्-17 / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:45, 28 अगस्त 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=डी. एम. मिश्र |संग्रह=इज़्ज़तपुरम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
थकान
नींद की
सर्वोत्तम
औषधि
दो कटोरे
झपकी के नीचे
दब जाते हैं
बड़े - बड़े पहाड़
कौआ बोला
और
हड़बड़ा वो उठी
अचम्भिता
द्रविता
रजवता प्रथमतः
बाला
चिंतिता
कहा
अनुभवी स्त्री ने
तज दे असमान्यताएँ
बदल ले कपड़ा
हो गयी बड़ी