Last modified on 9 सितम्बर 2017, at 19:06

दोसरोॅ सच-1 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:06, 9 सितम्बर 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रप्रकाश जगप्रिय |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

लंगूर नें
लंगूरनी सें कहलकै अभिये तेॅ ऐलौ
फेरू शहर नै जैइहौ
उन्ने जायकेॅ पी नै लिहौ
शराब बेचै आरो पीयै पर
सरकार रोक लगाय देलकै
यै पर लंगूरें कहलकै
ऐसन बात नै छै
बिक्री के अड्डा बदैल गेलै
पीयै वाला के संगी बदैल गेलै
शराब महंगा जरूर भेलै
मुदा मिल रहलै
अभी अभी तेॅ
वैं पुलिस के संग पी केॅ आय रहलै।