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आँखों में रहना / कुबेरदत्त

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दुख का पारावार भले हो
जीवन-गति लाचार भले हो
हे सूरज
हे चांद-सितारो
आँखों में रहना।

मतिभ्रम का बाज़ार भले हो
हे समुद्र
हे निर्झर, नदियो
आँखों में रहना।