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ए.पी.एल./बी.पी.एल.3 / मथुरा नाथ सिंह ‘रानीपुरी’
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24.
छेकै सुधार
या कि आदमी बीचें
होलै दरार।
25.
छेकै फँसाद
ए.पी.एल./बी.पी.एल. में
करै विवाद।
26.
बनलै काज
बी.पी.एल. वाला के
नया समाज।
27.
दुखोॅ रोॅ झाड़ी
ए.पी.एल. केॅ छुटतै
केना बीमारी।
28.
भेलै सुधार
छोटका-बड़का केॅ
बीच दीवार।
29.
बोले रे जंगी
ए.पी.एल. घरे देखोॅ
ऐलै नी तंगी।
30.
ठोकै छै ताल
बी.पी.एल. मालोमाल
बाँकी कंगाल।
31.
देखोॅ नी भाय
चावल-गेहूँ दै केॅ
राखै फुचाय।
32.
देलकै ताज
बी.पी.एल. वाला के ई
अलगै राज।
33.
एन्होॅ करतै
जात-पात के नामें
के नै लड़तै!
34.
कैन्होॅ ई सोच
बुद्ध के धरती पै
खोच रे खोच।
35.
करोॅ स्वीकार
भ्रष्टाचार के यहेॅ
छेकै आधार।