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होली मेॅ चोली / राधेश्याम चौधरी

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तोरा होली मेॅ चोली सिलाय देयौं हे।
तोरा राजधानी घुमाय देभौं हे।।
चन्द्रवदन छै तोरोॅ शरीर-हे।
तोरा रंग-गुलाल लगाय देभौं हे।।
वृन्दावन रोॅ कुँजगली मेॅ।
तोरा संग रास रचाय लेभौं हे।।
दिल्ली सेॅ कलकत्ता पहुँचाय देभौं हे।
तोरा लाल किला, आरो हबड़ा पुल देखाय देभौं हे।।
तोरोॅ नैना सेॅ नैना मिलाय लेभौं हे।
तोरा धीरे-धीरे फुसलाय लेभौं हे।।