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पहले सिर / ओशन वुओंग / गीत चतुर्वेदी

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पता है? एक औरत का प्यार
गुरूर को नज़रअन्दाज़ करता है,
जैसे नज़रअन्दाज़ करती है आग
उन चीज़ों की चीख़-पुकार को, जिन्हें वह जला रही होती है।
 
मेरे बेटे, कल भी तुम्हारे पास एक आज होगा।

ऐसे भी पुरुष हैं जो स्तनों को इस तरह छूते हैं
जैसे छू रहे हों पिंजर-कपाल।
.
ऐसे भी पुरुष हैं जो अपनी पीठ पर मुर्दा बाँधे
सपनों को ढोते हुए चढ़ते हैं पहाड़।

लेकिन सिर्फ़ एक माँ है, जो चल सकती है
धड़कते हुए दूसरे हृदय का वज़न उठाकर।

मूर्ख लड़के
तुम हर किताब में घुसकर खो सकते हो
लेकिन ख़ुद को कभी उस तरह नहीं भूल सकते
जैसे ईश्वर भूल जाता है अपने हाथ।

जब कोई पूछे, कहाँ से आए हो तुम,
बताना —
तुम्हारा नाम लड़ती हुई एक औरत के
बिना दाँत वाले मुँह से, छिलकर निकला था.
और यह भी —
कि तुम पैदा नहीं हुए थे —
बल्कि रेंगकर बाहर निकले थे, पहले तुम्हारा सिर निकला था,
निकलकर कुत्तों की भूख में घुस गए थे।

मेरे बेटे,
यह जो देह है न, एक धार है.
जितनी बार काटती है, उतनी तेज़ हो जाती है।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : गीत चतुर्वेदी