भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
रुस्तम
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:49, 26 नवम्बर 2017 का अवतरण (→कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ)
रुस्तम
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
पाँच साल सेना में अफ़सर रहे। राजनीतिक परिवर्तनों पर अपने गम्भीर लेखों के लिए चर्चित। | |
जीवन परिचय | |
रुस्तम / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- फ़ाइलें / रुस्तम
- बरामदे / रुस्तम
- छोटी-सी गिलहरी / रुस्तम
- फिर भी हम ढूँढते हैं / रुस्तम
- कोई जवाब नहीं मिलेगा / रुस्तम
- सब-कुछ तैयार है हमारे लिए / रुस्तम
- कैसे ज़िन्दा रहता होगा / रुस्तम
- टोहाना-1989 / रुस्तम
- या वे केवल रातें हैं / रुस्तम
- अपनी-अपनी गति / रुस्तम
- उसकी क्या कहें / रुस्तम
- इसी पुराने घर को / रुस्तम
- हाँ, मैं तुम्हारा बच्चा हूँ / रुस्तम
- ऐसे तो नहीं जाने दूँगा / रुस्तम
- सब दरवाज़े बन्द हैं / रुस्तम
- मुझ पर रहम कर / रुस्तम
- कुछ शब्द / रुस्तम
- अब, इस वक़्त, यहाँ / रुस्तम
- प्रेम मिलने के साथ / रुस्तम
- गुलाब भी थे / रुस्तम
- नीली गली में / रुस्तम
- मेरी आँखों में / रुस्तम
- हवा आती है और जाती है / रुस्तम
- शहर - 3 / रुस्तम
- शहर - 4 / रुस्तम
- चट्टान / रुस्तम
- भूरी चट्टान के भीतर / रुस्तम
- कल्पना में अस्थिर जीवन / रुस्तम
- दर्पण तुम्हारे बिना / रुस्तम
- श्वेत पत्थर पर / रुस्तम
- मुझ से दूर होता जा रहा है / रुस्तम
- रोशनियों की लड़ी है / रुस्तम
- बिम्ब थक भी जाते हैं / रुस्तम
- पुरखे / रुस्तम
- सुगन्धें / रुस्तम
- तुम नहीं हो / रुस्तम
- तुम ही तोड़ गए थे / रुस्तम
- हवा / रुस्तम
- तब भी, इस बाहुल्य में / रुस्तम
- इस रात / रुस्तम
- प्रेम / रुस्तम
- अन्ततः वे सब / रुस्तम
- इसी बिन्दु पर / रुस्तम
- ऐसा लग रहा है / रुस्तम
- शाम - 1 / रुस्तम
- तुम्हारे नहीं होने / रुस्तम
- मैंने छोड़ने पर सोचा है / रुस्तम
- भय - 1 / रुस्तम
- मुझे याद दिलाओ / रुस्तम
- काँपते हुए / रुस्तम
- चेहरा / रुस्तम
- आज फिर मैंने / रुस्तम
- तुम चली जाती थीं / रुस्तम
नीला / रुस्तम]] स्वाँग / रुस्तम]] सम्बन्ध / रुस्तम]] शहर नया था / रुस्तम]] नदी / रुस्तम]] लोग सपनों की बातें करते थे / रुस्तम]] लोग मिलते थे / रुस्तम]] क्योंकर तुमने? / रुस्तम]] बच्चे / रुस्तम]] सूर्य में से / रुस्तम]] सिर्फ़ एक पत्ते पर / रुस्तम]] पत्ते की शिराएँ / रुस्तम]] पत्ते की शिराओं में / रुस्तम]] नीम के पत्ते / रुस्तम]] कऊआ उदास था / रुस्तम]] कभी-कभी ऐसा लगता है / रुस्तम]] तुम थक जाते हो जीवन से / रुस्तम]] समुद्र - 2 / रुस्तम]] समुद्र - 3 / रुस्तम]] समुद्र - 4 / रुस्तम]] एक जीवन तुम जीना चाहते थे / रुस्तम]] कुछ चीज़ें छोड़ देना चाहता था / रुस्तम]]