वो मेरे दिल को आसरा देगा
या कि वो प्यार में दग़ा देगा
वो जो रखता है हौसला अन्दर
उसको सागर भी रास्ता देगा
वो जो औरों को मौत देता है
उसको जन्नत कहाँ खुदा देगा
ठूँठ होकर भी बूढ़ा बरगद वो
अपनी शाख़ों पे आसरा देगा
सच बता मीत! प्यार में मुझको
ज़ख्म या ज़खम की दवा देगा
बनके रहबर वो एक दिन 'गरिमा'
ज़ुल्म की आग को हवा देगा