Last modified on 30 मार्च 2018, at 16:05

छिटगा-३ / बी. मोहन नेगी

Abhishek Amber (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:05, 30 मार्च 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=बी. मोहन नेगी }} {{KKCatGadhwaliRachna}} <poem> हमरा अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हमरा अगनै घाम
पिछनै डाम छन भैजी
बिना दारु का नि चल्दू काम यख
हमरा अगनै बी भौत काम छन भैजी।