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हमको आगे बढ़ना होगा / गरिमा सक्सेना
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हमको आगे बढ़ना होगा
तब तो पूरा सपना होगा
केवल सोकर ख़्वाब न देखो
कुछ पाने को जगना होगा
गंदला जाता जल रुकते ही
दरिया-सा बन बहना होगा
मत बैठो औरों के भरोसे
खुद ही उठकर चलना होगा
विश्व उजाला तेरा देखे
सूरज जैसा जलना होगा
वक़्त कठिन आये भी कितना
धीरज मन में धरना होगा
सब जाते हैं आँसू देकर
इसपर भी बस, हँसना होगा
जो तेरे आँसू पोछेगा
वो ही तेरा अपना होगा