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उत्तराखंडा भूमि रे लो / प्रीतम अपछ्यांण

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उत्तराखंडा भूमि रे लो, नैनीसारा ह्वेगी रे लो
हरदा च्याला चांठा रे लो, घूळी डांडा कांठा रे लो
केदारूं का बाजा रे लो, माफियों गो राजा रे लो
भेना की चमका रे लो, स्याळी की धमका रे लो
अस्पताळा डागटरा रे लो, इस्कूलों मास्टरा रे लो
ट्रांसफरुं को नी ऐक्टा रे लो, पिनशनु को नी फैक्टा रे लो।