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राम कहे समझाई लखन से / अंगिका लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

राम कहे
राम कहे समझाई लखन से राम कहे
अरे हाँ हाँ लखन से राम कहे
अरे हाँ हाँ लखन से राम कहे
हो राम कहे
राम कहे समझाई लखन से राम कहे

रून-झुन रून-झुन पायल बोले सबद रहे गुहराई
हे हो सब्द रहे गुहराई
आवत है कोइ राजकुमारी देखो नयन निहारी
लखन से राम कहे
राम कहे
राम कहे समझाई लखन से राम कहे

यही है कन्या राजा जनक की गिरिजा पूजन आई
हे हो गिरिजा पूजन आई
संग में इनके सखी-सहेली मंगल गीत सुनाए
लखन से राम कहे
राम कहे
राम कहे समझाई लखन से राम कहे