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फ़ैसले जिंदगी के अटल हो गये / रंजना वर्मा
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फैसले जिंदगी के अटल हो गये
साथ पा कर तुम्हारा सफल हो गये
साँवरे जो झलक सी तुम्हारी मिली
मन सुखी नैन दोनों सजल हो गये
राह विस्तार पाती रही सत्य की
अनुकरण जो करें वे विरल हो गये
आशियाँ मिट गये लुट गया कारवाँ
हौसले शत्रुओं के प्रबल हो गये
प्यार तो नित्य अमृत कहाता मगर
बिंदु सब प्यार के क्यों गरल हो गये
जब उठाया कदम एक था राह पर
जिंदगी की वो मेरी पहल हो गये
छत रहे शीश पर झोंपड़े ही सही
वो गरीबों की खातिर महल हो गये