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चूहा और बिल्ली / बालकृष्ण गर्ग
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बिल्ली से बचने को चूहा
स्कूटर लाया झटपट,
चुहिया को पीछे बैठाकर
उसे चलाया फट-फट।
बिल्ली ने देखा तो दौड़ी
लेकिन आखिर कब तक,
एक किलोमीटर आगे वे
निकल चुके थे तब तक।
[नवभारत टाइम्स (मुंबई), 28 दिसंबर 1975]