परिचित / एल्विन पैंग / सौरभ राय
“जब कोई इनसान, जिसे मैं नहीं पहचानता, मुझसे आकर कहता है कि वो मुझसे कई साल पहले मिला था, मुझे घबराहट होती है। कब? कहाँ?” – बर्नाडीने एवरिस्टो
मैं तुम्हें पिछले जन्म से जानता हूँ, शायद और भी पहले से। काठमाण्डू, सोलहसौ चौंतीस की बहार याद है? हम नौसौ तीन ईसापूर्व में यांग्तज़े में साथ तैरे थे (नदी का नाम तब कुछ और था।) हम उस पहाड़ पर चढ़े थे जो आज तिब्बत है। हमने एड्रियाटिक सागर को डायनासोर बनकर डराया था। मैं अमीर था और तुम बेहद ग़रीब। मैमथ के सौदे में हमारी होड़ लगी थी। मैं तुम्हारे बनाए कम्बल बेचता था। तुम्हारे टेक्नो वायरस ने मुझे लंगड़ा कर दिया था। जब रोमन आए थे, तुम गा रही थी। (तब मुझे लगा था कि तुम्हारा गाना मैं पहले कभी सुन चुका हूँ।)
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सौरभ राय