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हरियाळी / लक्ष्मीनारायण रंगा

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अकास
सूरज री
सोनल-रूपल
कलम सूं अर
हरियाळी री
हरी स्याई सूं
कर दिया
धरती रै कोरै
कागज माथै
दसखत
ठौड़-ठौड़