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हाइकु 15 / लक्ष्मीनारायण रंगा
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नित लड़ां हां
आंधो महाभारत
धर्म-क्षेत्र में
कलम करै
अक्षर नै अ क्षर
अमीं सींच‘र
आंगणां में ई
कांपां हां थर-थर
कठै सूरक्षा