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घर आया मेरा परदेसी / शैलेन्द्र
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घर आया मेरा परदेसी
प्यास बुझी मेरी अँखियन की
तू मेरे मन का मोती है
इन नैनन की ज्योति है
याद है मेरे बचपन की
घर आया मेरा परदेसी
अब दिल तोड़ के मत जाना
रोती छोड़ के मत जाना
क़सम तुझे मेरे अँसुवन की
घर आया मेरा परदेसी
(फ़िल्म - आवारा)