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सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएंगे / शैलेन्द्र

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सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएँगे
कुछ ले के जाएँगे
हो कुछ दे के जाएँगे
सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएँगे

ये मेला दो घड़ी का दो दिनों की है बहार
समय की बहती धार कहती जाती है पुकार
महमान कब रुके हैं कैसे रोके जाएँगे
कुछ ले के जाएँगे
हो कुछ दे के जाएँगे
सवेरे वाली गाड़ी सवेरे वाली


मिलो तो मिलो प्यार से बोलो तो मीठी बात
हमारे बड़े भाग हुई तुमसे मुलाक़ात
मुलाक़ात हाय हाय हाय
मिलेगा कुछ तो दिल जो यहाँ खो के जाएँगे
कुछ ले के जाएँगे
हो कुछ दे के जाएँगे
सवेरे वाली गाड़ी हाँ सवेरे वाली
सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएँगे

निशानी कोई प्यार की तो छोड़ जाएँगे
कहानी कोई प्यार की तो जोड़ जाएँगे
तो जोड़ जाएँगे
बनेंगे किसी के किसी के हो के जाएँगे
कुछ ले के जाएँगे
हो कुछ दे के जाएँगे
सवेरे वाली गाड़ी सवेरे वाली
सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएँगे
कुछ ले के जाएँगे
कुछ दे के जाएँगे
सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएँगे