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करिये ईश्वर का गुणगान / रंजना वर्मा

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करिए ईश्वर का गुणगान ।
है यह जग जिसकी संतान।।

नंदनँदन पटुके का छोर
हर लेता मन का अभिमान।।

कष्ट न पाये कोई जीव
रखिये सदा ह्रदय में ध्यान।।

कोटि काम छविधारी श्याम
कहता जग में कर्म प्रधान।।

करते रहिये जग उपकार
जीव सभी हैं ब्रह्म समान।।

कण-कण में परब्रम्ह निवास
संत वही जो ले पहचान।।

कृष्ण चरण में रखिये चित्त
सुनिए मृदु मुरली की तान।।