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कल के न´् / उमेश बहादुरपुरी

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कल के न´् भरोसा हे पल के न´् भरोसा।
आबऽ आझ खइबइ मिलके प्यार के समोसा।।
जे करे के हे आझ कर लऽ मिलके प्यार कर लऽ।
मिटाबऽ बीच के दूरी आबऽ इकरार कर लऽ।
आबऽ खइबइ हम तूँ मिलके मसाला-डोसा।। कल के .....
कभी लैला इहाँ प्यार मजनूँ से कइलक हल।
हीर-राँझा जइसन जुगनूँ से कइलक हल।
आबऽ लेले प्यार में परोसा पर परोसा।। कल के .....
कइसे होतइ रानी बोलऽ हम्मर-तोहर संगम।
बजतै तोहर दिल में कब प्यार के सरगम।
लगा दऽ हमर गाल पर बोसे पर बोसा।। कल के ...