सुनोॅ हो लोग सब हटिया के
धियान दिहोॅ हमरोॅ बतिया पेॅ।
‘नरेगा’ जिनगी के आधार बनथौं
सुख पैभेॅ दिन-रतिया के॥
भारत सरकारें गरीब मजदूर केॅ
देलकै एक टा नया उपहार।
एक परिवार केॅ सालोॅ में सोॅ दिन
गारंटी मिलथौं काम-रोजगार।
आपनोॅ सुविधा सेॅ दिहोॅ समैया
फरियाय केॅ लिखिहोॅ बतिया के॥
काम पाबै लेली ग्राम-पंचायत में
दरखास दैकेॅ लिखबैहोॅ नाम।
पन्द्रह दिनोॅ में जाॅब कार्ड मिलथौं
आरो मिलथौं गाम्हैं में काम।
न्यूनतम मजदूरी के भुगतान होथौं
बात समेटी लेॅ मोटियाय के॥
महिला पुरूष के बराबर मजदूरी
एकरा में कुछु नै अंतर हो भाय।
नजदीकोॅ के डाकघर या बैंकोॅ में
खाता आपनोॅ लिहोॅ खोलबाय।
खाता सेॅ लैकेॅ आपनोॅ मजदूरी
मोंछ घुमाय दिहोॅ रटियाय के॥
सुनोॅ हो लोग सब हटिया के
धियान दिहोॅ हमरोॅ बतिया के॥