ग्रामीण या तो आदिवासी ही
कितने अलग हैं तुमसे
बस अलग… अलगाव नहीं तुमसे ।
तुम्हारी पसन्द अलग
उनकी पसन्द अलग
कटहल दोनों की पसन्द
जैसे नदी, झरने, जंगल
दोनों की पसन्द ।
लेकिन फ़र्क भी है
उन्हें उन्मुक्त नदी पसन्द है
और तुम्हें उसका ठहराव ।
तुम्हें शिशु कटहल पसन्द है
और उन्हें पसन्द है
रेशेदार,बीजवाले रसीले कटहल ।
उनकी पसन्द के पीछे
छुपा हुआ है
उनका अपना अर्थशास्त्र ।