Last modified on 30 जून 2019, at 22:44

उड़ गेलइ फुद्दी चिड़इयाँ / सिलसिला / रणजीत दुधु

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:44, 30 जून 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रणजीत दुधु |अनुवादक= |संग्रह=सिलस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

उड़ गेलइ फुद्दी चिड़इयाँ, अँगनमा सून हो गेलइ
बदरी नुकइलक तरेंगना, गगनमा सून हो गेलइ।

छप्पर के ओलती में कइले हल बसेरा
घास-फुस ला-ला सजावऽ हल खूब डेरा
चीं-चीं-चें गावऽ हल गनमा, भवनमा सून हो गेलइ
उड़ गेलइ फुद्दी चिड़इयाँ, अँगनमा सून हो गेलइ।

फुदक-फुदक नाचऽ हल टोंटी अँगनमा
बढ़नी संग ताल मिलवे भउजी के कँगनमा
धइल-धइल जुट्ठा भतवा, बरतनमा सून हो गेलइ
उड़ गेलइ फुद्दी चिड़इयाँ, अँगनमा सून हो गेलइ।

घर बगेरी, गोरइया चिड़इयाँ फुद्दी
रोज खिलवऽ हल छिट-छिट मइया हमर खुद्दी
झूम-झूम झूलऽ हल झुलुवा, टँगनमा सून हो गेलइ
उड़ गेलइ फुद्दी चिड़इयाँ, अँगनमा सून हो गेलइ।