भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

चान्द / विस्टन ह्यु ऑडेन / नरेन्द्र जैन

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:11, 4 अगस्त 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विस्टन ह्यु ऑडेन |अनुवादक=नरेन्द...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

स्मृतियों और दुखों के घर पर
एक धुन्धली शाम को होता है उदित
एक छोटा चान्द

बारिश द्वारा विस्‍मृत कर दिए गए
बग़ीचे के नीले फूल

परछाइयाँ जो
बगै़र पलकों के सोती हैं
शब्‍दों के भीतर

तमाम दुनियाओें की हल्‍की सी ख़ुशबू
समय शोकरहित और दुहराव से भरा

काली शाखाएँ
जिनकी पत्तियाँ ग्रस्‍त हैं
अनिद्रा रोग से

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : नरेन्द्र जैन