Last modified on 8 अगस्त 2019, at 15:08

तत् त्‍वम् असि / कुमार मुकुल

Kumar mukul (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:08, 8 अगस्त 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= कुमार मुकुल |संग्रह=​समुद्र के आ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अपने मैं को
मारो नहीं
उसके बढ़ते कदम
तुम उखाड़ो नहीं

उसे
इतना विस्‍तृत व्‍यापक
हो जाने दो

कि वो
तुम्‍हारा तुम हो जाए

उसका मेरापन
शून्‍य की सर्वव्‍यापकता में
जाकर गुम हो जाए