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उसका चेहरा तारी है / अनीता मौर्या

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उसका चेहरा तारी है
चाहत इक बीमारी है

आँखों से दिल तक पहुंचा
बन्दे की हुश्यारी है

बेटी घर के आंगन में
ख़ुशियों की फुलवारी है

नेकी करके ढोल बजा
ये ही दुनियादारी है

रातों को तारे गिनना
इश्क़ अज़ब बेगारी है

ख़ुशियों और ग़म दोनों में
अपनी हिस्सेदारी है

कोई साथ नहीं देगा
मतलब की बस यारी है

मेरे दिल पर उसका हक़
अच्छी ये सरदारी है