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कविता - 15 / योगेश शर्मा

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बारिश अजीब है,
पक्की छत वालों को
हमेशा कम लगती है
और कच्ची छत वालों को
हमेशा ज्यादा,
नही नही, बारिश नही
घरों की छत ही अजीब हैं।