Last modified on 15 अक्टूबर 2019, at 01:40

ग़रीबी के विषय में / रामकुमार कृषक

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:40, 15 अक्टूबर 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामकुमार कृषक |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

ग़रीबी के विषय में
क्या कहा जाए अभी सरकार
एक्सपैरीमैण्ट जारी है !

ये चिन्ता बैठकें प्रस्ताव
ये ग़ालीनुमा भाषन
उचित दर की दुकानों पर
लिखा - लटका हुआ राशन ,

चुप्प रहिए
व्यर्थ ही होगी अभी तकरार
एक्सपैरीमैण्ट जारी है !

ये नारे नाक से ऊँचे
जड़ों तक खोदने का दम
डरी चुपचाप झोंपड़ियों में जो बैठी
उसी पर बम ,

देखिए, कल
किस तरह होंगे उसी पर वार
एक्सपैरीमैण्ट जारी है !