इस धरती पे
जब मैं अकेली जन्मी थी
जब वो अकेला जन्मा था
तब भी चाहतें ऐसी ही थीं
जैसे के अब मगर
तब वो इतने रिश्तों में बँधा न था
तब मैं इतने हिस्सों में बँटी न थी।
इस धरती पे
जब मैं अकेली जन्मी थी
जब वो अकेला जन्मा था
तब भी चाहतें ऐसी ही थीं
जैसे के अब मगर
तब वो इतने रिश्तों में बँधा न था
तब मैं इतने हिस्सों में बँटी न थी।