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हवा गतिमान हूँ / उर्मिल सत्यभूषण

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हवा हूँ, हवा में
मौसम की मस्तियों में
मैं ही तो झूमती हूँ
बादलों की नाव में
होकर सवार मैं आसमां
को चूमती हूँ
आंधी तूफान हूँ
हवा गतिमान हूँ
लू का थपेड़ा भी हूँ
शीतल बयार हूँ
नस-नस में स्पंदन भर दूँ
रग-रग तरंगित कर दूँ
होंठों को हंसाकर मैं
फूल खिलाकर मैं
दूर चली जाऊगी
बांध नहीं पाओगे।