मुहम्मद अल-मग़ूत
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1934 |
---|---|
निधन | 03 अप्रैल 2006 |
उपनाम | محمد الماغوط |
जन्म स्थान | सलामियाह, हामा प्रदेश, सीरिया |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
चान्दनी में उदासी (1959), लाखों दीवारों वाला कमरा (1964), ख़ुशी मेरा पेशा नहीं है (1970), क़ातिल गुलाब (2001), ईडन का पूर्व, ईश्वर का पश्चिम (2005), लाल बिदूईन (2006) -- बिदूईन एक अरबी जनजाति का नाम है। | |
विविध | |
पारम्परिक अरबी कविता को छन्द के ढाँचे से मुक्त करके मुक्तछन्द में कविता लिखना शुरू किया, इसलिए इन्हें समकालीन अरबी कविता का पिता माना जाता है। इन्होंने अनेक नाटक और फ़िल्मों के लिए पटकथाएँ भी लिखीं। इनके नाटक ’वतन के लिए एक जाम’ और ’व्यवस्था’ अरबी पाठकों के बीच बेहद चर्चित हैं। इन्होंने सामाजिक असमानता और दमन व शोषण का विरोध किया। इनके निबन्धों की किताब ’मैंने अपने वतन से दग़ा की’ भी बेहद लोकप्रिय है। | |
जीवन परिचय | |
मुहम्मद अल-मग़ूत / परिचय |