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नीले आसमान वाला शयनकक्ष और आप / सोलोमन ओचवो-ओबुरु / राजेश चन्द्र

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नीला आसमान
हर शयनकक्ष में होता ही है

यदि वह नहीं है
आपके शयनकक्ष में
तो एक लम्बी सीढ़ी लें,
लेकर आएँ उसे नीचे

अगर कुछ ज़्यादा भी
खींच लिया हो आपने
पड़ोसियों को तो
बिल्कुल भी न दें

अगर आपकी कोशिशों से
स्याह आसमान चला आया हो
इस खेल को अपने तक ही रखें

शरद के आ जाने तक,
जबकि आसमान एकदम साफ़ होता है

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र

लीजिए, अब मूल अँग्रेज़ी में यह कविता पढ़िए
       Solomon Ochwo-Oburu