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देश हमारा / पद्मजा बाजपेयी

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देश हमारा हमको प्यारा है,
इसकी गरिमा हमें बढ़ाना है,
सारा जग सुन्दर है लेकिन
इसे सुन्दरतम कहलाना है।

उत्तर है शीश है जिसका,
दक्षिण में है चरण कमल,
पूर्व दिशा में फ़ैली लाली,
पश्चिम की बात है निराली
सत्य अहिंसा वाला देश,
प्रेम भक्ति वाला परिवेश,
महिमा इसकी विश्व विदित है,
जग से न्यारा भारत देश।

मातृभूमि पर बलि-बलि जाऊँ,
जन्म मिला उसे धन्य बनाऊँ,
मानव बनने की पहचान
कर्म वही, जग का कल्याण।
देश...