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हमसफ़र ग़र वह मेरा हो जाएगा / रंजना वर्मा
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हमसफ़र ग़र वह मेरा हो जाएगा।
इक सफ़र इक रास्ता हो जाएगा॥
हद गुज़र जाये अगरचे ज़ब्त की
दर्द दिल का खुद दवा हो जाएगा॥
आईने की बात भी तो मानिये
दाग़ वरना बदनुमा हो जाएगा॥
यूँ न थामो हाथ मेरा प्यार से
जीना मरना साथ का हो जाएगा॥
चाँदनी रातों में चलना छोड़ दो
देख चन्दा को नशा हो जाएगा॥
कर नज़र तिरछी इधर मत देखना
वरना कोई हादसा हो जाएगा॥
बन्दगी दिल से अगर करते रहे
कोई बन्दा भी ख़ुदा हो जाएगा॥