कितना प्यारा देश हमारा॥
पहरेदार हिमालय अपना
गीत प्रगति के गाता है।
है धरती का स्वर्ग यहीं जो
काश्मीर कहलाता है।
सबसे सुंदर सबसे न्यारा।
कितना प्यारा देश हमारा॥
गंगा यमुना सिंधु नर्मदा
है घाघरा यहाँ बहती।
हरा भरा करती धरती को
सुख का सन्देशा कहती।
सब हों सुखी हमारा नारा।
कितना प्यारा देश हमारा॥
दक्षिण में सागर लहरा कर
निशि दिन चरण पखार रहा।
भारत माँ की विजय पताका
सारा विश्व निहार रहा।
सबसे अपना भाईचारा।
कितना प्यारा देश हमारा॥