भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
श्यामा चिड़िया / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:27, 10 अप्रैल 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सरोजिनी कुलश्रेष्ठ |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
प्यारे बच्चों! श्यामा चिड़िया
मीठा गाना गाती है
काला रंग है इसलिए यह
श्यामा ही कहलाती है
पौधों की डाली पर बैठी
खूब फुदकती रहती है
नन्हीं चिड़िया झूल-झूल कर
गाना गाती रहती
इसे पकड़ना चाहोगे तो
नहीं पकड़ में आ पायेगी
तुम्हें पास आते देखेगी
झट ऊपर ही उड़ जायेगी