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सम्बल / अर्पिता राठौर
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तुम्हारे
और मेरे
साथ का सम्बल
कुछ भरे हुए को
रीता करना
और
हम-तुम
जो अबके
भर लाए हैं
उसे
अगली बार के लिए
थोड़ा-थोड़ा कर
ख़ाली करते चलना ।
तुम्हारे
और मेरे
साथ का सम्बल
सिर्फ़ एक अतृप्ति… ।