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नये साल की चिट्ठी आई / मधुसूदन साहा

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आओ बच्चे तुम्हें दिखाएँ
नये साल की चिट्टी आई।
इसमें लिखा हुआ है देखो
लायेगा वह नया कलेण्डर,
जिसमें होंगे रंग-बिरंगे,
चित्र अनेक सुंदर-सुंदर,
नदी किनारे के खेतों में
लहराती सरसों पियराई।
भरकर नई किताब-कापियाँ
लायेगा वह नूतन बस्ता,
हर बच्चे के लिए हाथ में
होगा खुशियों का गुलदस्ता,
देगा तुम्हें सफलता निश्चय
अगर करोगे खूब पढ़ाई।
बीत गये जो उन्हें भूलकर
नया करों कुछ नये साल में
नये किस्म के फूल खिलाओ
अपने मन की डाल-डाल में,
होगा जग में नाम तुम्हारा
सभी करेंगे रोज बड़ाई।