भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मीठो माया तिमीलाई / गीता त्रिपाठी

Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:46, 3 मई 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= गीता त्रिपाठी |अनुवादक= |संग्रह=थ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मूलको पानी कस्ले छोयो देख्छु धमिलो
मीठो माया तिमीलाई किन अमिलो
 
जूनजस्तै हाँसिदिन्थ्यौ भेटघाट हुँदा
लजाएर हेर्थ्यौ मैले मनको गाँठो फुँदा
आज किन परेली देख्छु रसिलो
मीठो माया तिमीलाई किन अमिलो
 
दुबोमाथि चम्किदिने शीतको थोपा जस्तो
बिहानीमै झरिजाने माया हुन्न सस्तो
बाँधिआएँ विश्वासको डोरी कसिलो
मीठो माया तिमीलाई किन अमिलो